पंचकूला, 26 अक्तूबर(ट्रिन्यू)
आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर यूनियन ने आज मांगों को लेकर तीसरी बार महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक के कार्यालय पर थाली बजाकर प्रदर्शन किया और संयुक्त निदेशक को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले उन्होंने सेक्टर 5 में धरना दिया। संयुक्त निदेशक ने यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल को बताया कि कैथल में बर्खास्त की गई वर्कर की बहाली सहित अन्य मांगों संबंधी फाइल विभाग की मंत्री को भेजी गई है। उम्मीद है कि जल्द सकारात्मक परिणाम सामने आयेगा।
प्राप्त जानकारी अनुसार वर्कर्स ने आंदोलन के 23 वें दिन दोपहर 12 बजे तक सेक्टर 5 में धरना दिया। उसके बाद वे जुलूस के रूप में नारेबाजी करती हुई महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक कार्यालय पर पहुंचीं। वहां उन्होंने चम्मच से थाली बजाकर अधिकारियों को कानों तक आवाज पहुंचाने का प्रयास किया। बड़ी संख्या में वर्कर्स थाली और चम्मच घर से लेकर आई थीं। इससे पहले भी वे दो बार निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन कर चुकी हैं। आज निदेशक के कार्यालय में मौजूद न होने पर यूनियन की ओर से जिला प्रधान ऊषा रानी के नेतृत्व में संयुक्त निदेशक पूनम रमन को ज्ञापन सौंपा गया। संयुक्त निदेशक ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि उनकी मांगों संबंधी फाइल सिफारिश सहित विभाग की मंत्री को भेजी गई है। इसके बाद वर्कर्स वहां से लौट आई। आज के धरने का संचालन उप प्रधान रीटा रानी ने किया। प्रधान ने कहा कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शन में सरोज रानी, सुमित्रा रानी, ममता, सुशील राणा, सरोज राणा, लता मुकेश, मीनाक्षी, दीपमाला, लक्ष्मी मधुबाला, सीमा रानी, सरबजीत आदि ने भाग लिया। इस आंदोलन में पिंजौर ब्लाक की वर्कर्स भाग नहीं ले रही हैं।
ये हैं मुख्य मांगें
2018 का समझौता लागू करना, कैथल की यूनियन नेता कमला रानी काे बहाल करना, मानदेय में की गई वृद्धि को लागू करना, पदोन्नति कोटे में 25 प्रतिशत का इजाफा करना, पोषण टेक ऐप पर रोक लगाना, मेडिकल अवकाश की सुविधा देना, एनजीओ का दखल बंद करना, कोविड के दौरान दिवंगत वर्कर्स व हैल्पर्स के परिवारों को 50-50 लाख की सहायता प्रदान करना, प्ले वे के नाम पर वर्कर्स की छंटनी बंद करना, सभी को प्ले वे की ट्रेनिंग देना, रसोई गैस सिलेंडर आंगनवाड़ी केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था करना, वर्कर्स व हैल्पर्स को आयुष्मान योजना से जोड़ना, केंद्रों के किराये की बकाया राशि का भुगतान करना शामिल है।