आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 11 अगस्त
कोरोना काल में लाकडाउन के लगते ही जो बच्चे सारा सारा दिन घरों में मस्ती उतारते नहीं थके अब उन्हीं बच्चों की जान पर बन आई है। चंडीगढ़ में इस समय महामारी का दंश झेल रहे संक्रमितों मासूम बच्चे शामिल हैं जिनके माता-पिता को कोरोना रोजाना खून के आंसू रूला रहा है। पीजीआई में 5 नन्हे-मुन्ने आईसीयू में आक्सीजन पर हैं जिनमें से 3 बच्चों की हालत क्रिटिकल बताई गई है। मंगलवार सुबह 11 बजे तक संस्थान में अलग से बनाए गए कोविड-19 अस्पताल में 149 संक्रमित दाखिल हैं। दाखिल मरीजों में 29 पेशेन्ट की हालत बेहद गंभीर बताई गई है।
दिल के टुकड़ों से हुए जुदा
अभागे पेरेंटस कोरोना हालात को कोसते नहीं थक रहे। आइसोलेशन में आक्सीजन के सहारे कोरोना से लड़ रहे लाडले-लाडली को देखने के लिए उनकी आंखें तक तरस गई हैं। पीजीआई में फतेहाबाद (हरियाणा) का 8 साल की बच्ची महकदीप 7 अगस्त से दाखिल है। उसके साथ ही नसरूननगर नाकुर से 3 साल की पीहू, जिला बलिया निवासी 1 साल के श्रेयस की हालत स्थिर है जबकि शाही माजरा मोहाली निवासी 7 साल के युवराज और 13 साल के वाहिद की बेहद हालत गंभीर है। वार्ड में हालांकि माता या पिता एक-एक कर बच्चे को अटेंड करते हैं लेकिन गंभीर हालात में बच्चे के पास किसी को रुकने नहीं दिया जाता ऐसे में मां-बाप के पास सिवाय सिसकने के और कोई चारा नहीं।
इनकी जान को है खतरा
पीजीआई में 29 पेशेंट की हालत क्रिटिकल है। सभी पेशेंट आईसोलेशन वार्ड में दाखिल हैं। इनमें 3 डाक्टर भी शामिल हैं। सेक्टर 25 की संध्या आक्सीजन पर है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। आइसोलेशन वार्ड में कुल 125 संक्रमित पेशेंट दाखिल हैं। सराय वार्ड में 29, आईसीयू में 28 और सीडी वार्ड में 27 पेशेंट दाखिल हैं।