जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 19 जनवरी
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट की आर्ट्स कालेज स्टाफ के कांस्टीचुएंसी से जीत कर आने वाले 8 में से 7 सीनेटरों के नाम का देश के उप-राष्ट्रपति एवं पंजाब यूनिवर्सिटी के चांसलर एम वैंकेया नायडू की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है लेकिन फैकल्टीज के 6 फेलो के बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। कल जारी हुए इस नोटिफिकेशन के मुताबिक डॉ. इंदरपाल सिंह सिद्धू (श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कालेज, चंडीगढ़), डॉ. हरप्रीत सिंह दुआ (गुजरांवाला गुरु नानक खालसा कालेज, लुधियाना), डॉ. केके शर्मा (एएस कालेज, खन्ना), डॉ. शमिंदर सिंह संधू (डीएवी कालेज, चंडीगढ़), जगदीप कुमार (खालसा कालेज गढ़दीवाला, होशियारपुर), जगदीश चंद्र मेहता (डीएवी कालेज, चंडीगढ़) और डॉ. जगतार सिंह (श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कालेज, चंडीगढ़) के नाम शामिल हैं। इस कांस्टीचुएंसी से जीतकर आये तरुण घई के नाम को लेकर ही विवाद था क्योंकि संबंधित कालेज ने उसे बर्खास्त कर रखा है। उनका केस अभी हाईकोर्ट में विचाराधीन है, जो भी केस में फैसला होगा उसके बाद ही तय होगा कि उनके स्थान पर दोबारा चुनाव होगा या फिर कोर्ट इस बारे में कोई दिशा-निर्देश देता है। हारने वाले एक उम्मीदवार डॉ. मनोज कुमार ने इसके खिलाफ शिकायत दी थी। चांसलर आफिस की ओर से उनके नाम को रोक कर शेष नामों को अधिसूचित कर दिया गया है। हालांकि अभी भी पंजाब यूनिवर्सिटी फैकल्टीज से जीतकर आने वाले छह सीनेटरों का नोटिफिकेशन जारी होना शेष है। इसी फैकल्टी में सीनेट के छह दिग्गज लोग हैं जिनमें अशोक गोयल, केशव मल्होत्रा, प्रो. नवदीप गोयल, प्रो. राजेश गिल, प्रो. रौणकी राम और अनु चतरथ के नाम शामिल हैं। इस कांस्टीचुएंसी में भी हारने वाले प्रत्याशियों ने वोटर लिस्ट को लेकर गड़बड़ियों के आरोप लगाये थे जिस कारण इसे भी रोक रखा है। फैकल्टीज से जीते अशोक गोयल को लेकर एक-दो प्रोफेसरों ने उनके एक विवादित भाषण को लेकर भी चांसलर को शिकायत दे रखी है।