चंडीगढ़/पंचकूला, 13 अक्तूबर (नस)
इस साल सितंबर के आखिरी हिस्से में बारिश में हुई देरी की वजह से वेक्टर जनित रोग बढ़ने से मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं, मलेरिया और डेंगू की जांच कर रही टीमों के लिए सार्वजनिक स्थानों, निजी घरों, दुकानों व सरकारी परिसरों का निरीक्षण करना चुनौती बन गया है, जिसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग कर्मियों की सुरक्षा के मद्देनजर सख्त कदम उठा रहा है। यानी जो व्यक्ति जांच टीमों के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है तो उसके खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर सकती है।
चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वेक्टर जनित रोगों को नियंत्रित करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। विभाग ने इन हालात में रोगों की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार के निवारक और दंडात्मक उपाय करने का निर्णय लिया गया है। विभाग की टीमें संवेदनशील स्थानों की जांच और निरीक्षण, निजी और सरकारी परिसरों को कारण बताओ नोटिस और चालान व जुर्माना किया जा रहा है।
स्वास्थ्य कर्मचारियों से दुर्व्यवहार
स्वास्थ्य विभाग ने जांच में पाया कि निरीक्षण के समय कर्मचारियों से परिसर मालिक आपत्ति या दुर्व्यवहार कर रहे हैं। कुछ मामलों में परिसर के प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मचारी निरीक्षण के लिए कर्मचारियों को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। सभी निवासियों से अनुरोध है कि वे आने वाले कर्मचारियों को अपना पूरा समर्थन दें और जलजनित रोगों को नियंत्रित करने के अपने प्रयासों में योगदान दें। मलेरिया, डेंगू से संबंधित समस्याओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 7626002036 पर संपर्क किया जा सकता है।