चंडीगढ़, 25 जनवरी(ट्रिन्यू)
डंपिंग ग्राउंड ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत डड्डूमाजरा के डम्पिंग ग्राउंड में लगाये गए बायोमाइनिंग प्रोजेक्ट पर सवाल उठाए हैं। कमेटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण ने कहा कि दावे के मुताबिक यह कचरे को भूमि में दबा कर मैदान को खाली करने के दावों के साथ लगाया गया था पर प्रोजेक्ट फेल हुआ है और अब निगम सफाई के लिए और पैसा लगाने जा रहा है। उन्होंने महापौर, निगम आयुक्त और पार्षदों से अपील की है प्रोजेक्ट की निगम सदन की इस वर्ष की पहली बैठक में इस पर समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा यह मसला केवल एक गांव कॉलोनी तक सीमित नहीं है। इसकी जद में समस्त दक्षिणी सेक्टर से लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी का क्षेत्र भी आता है।
इसी को देखते हुए स्मार्ट सिटी के अन्य प्रोजेक्टों, मरे हुए जानवर का प्लांट, सैनेटरी लैंडफिल प्रोजेक्ट और गारबेज कलेक्शन, कचरे के लिए बनाये जा रहे मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर पर भी विचार करें।
उन्होंने कहा कि जब गारबेज प्लांट के लिए निगम सदन में नई कंपनी की तलाश से जुड़ा एजेंडा लाया जा सकता है तो फिर पयार्वरण और लोगों की सेहत को देखते हुए इन प्रोजेक्टों पर गंभीरता से चर्चा भी अनिवार्य है। उनका कहना था कि आगामी फरवरी माह में प्रशासक की सलाहकार कमेटी की होने वाली बैठक में प्रशासक के समक्ष यह मसला रखा जाए। उनका कहना है कि शहर भर का कचरा डंपिंग ग्राउंड में गिराया जाता है। उन्होंने अपील की कि इन मसलों को सिर्फ एक कॉलोनी तक सीमित रख कर ना देखा जाए। इससे एक विशेष कॉलोनी नहीं पूरे दक्षिण सेक्टर और यूनिवर्सिटी और आसपास के साथ लगते क्षेत्र भी प्रभावित हो सकते हैं।