पंचकूला/पिंजौर, 1 सितंबर (हप्र/निस)
मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर 2018 को एचएमटी पिंजौर की जमीन में सेब मंडी का नींव पत्थर रखा था, उस समय सरकार द्वारा बड़े दावे किए गए थे कि यहां पर क्षेत्र के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा परन्तु अब हालात यह हैं कि मंडी में हिमाचल से जो सेब कारोबारी आए हैं वे भी यहां आकर अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं । यह आरोप कालका के विधायक प्रदीप चौधरी ने लगाते कहा कि पहले तो सरकार ने एचएमटी की औद्योगिक जमीन पर कोई कारखाना लगाने की जगह सेब मंडी बनाकर जमीन का गलत इस्तेमाल किया, ऊपर से जनता का करोड़ों रुपया सेब मंडी पर लगा दिया जिसका क्षेत्र वासियों को कोई लाभ नहीं हुआ । उन्होंने कहा कि सेब मंडी में क्षेत्र वासियों को रोजगार मिलना तो दूर की बात है जो यहां पर अभी तक चार आढ़ती आए हैं वे भी यहां आकर अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।
विधायक ने कहा कि गत माह हमारे पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश से सेब के चार कारोबारी सीजन की पहली सेब की फसल लेकर बड़ी उम्मीद के साथ मंडी आए थे परन्तु आज उन्हें काफी परेशानी सहनी पड़ रही हैं , क्योंकि सम्बंधित विभाग के अधिकारियों ने इन कारोबारियों को 2 प्रतिशत मार्किट फीस न लगाने की बात कही थी परन्तु अब फीस लगाकर उनके साथ धोखा किया जा रहा है। अगर अधिकारियों ने कारोबारियों के साथ फीस न लगाने की बात की है तो उसे पूरा करें नहीं तो ऐसे में इनके साथ गलत होगा।