एक हफ्ते से लापता आसनसोल निवासी की सेवा कर उसे साथियों को सौंपा
कुलदीप सिंह/ निस
मोहाली, 23 मई
मोहाली के फेज 3बी2 से एक बहुत ही अच्छी खबर सामने आई है। यहां श्री हनुमान मंदिर के सामने माता बगलामुखी के नाम पर हर बृहस्पतिवार को लंगर लगाने वाले रवि कुमार ने इंसानियत का बड़ा फ़र्ज निभाते हुए आसनसोल (पश्चिम बंगाल) के एक व्यक्ति की सेवा कर उसे ठीक करके उसके साथियों के हवाले किया, जो कि एक हफ्ते से लापता था। उसके साथियों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट हल्लोमाजरा थाने में दर्ज करवाई थी। यह व्यक्ति बहुत ही खराब हालत में पिछले तीन दिनों से मंदिर के सामने पड़ा था और उसके पैरों पर घाव थे। रवि कुमार ने न सिर्फ उसका इलाज करवाया बल्कि उसे नए कपड़े पहनाए और बातचीत कर आसनसोल पुलिस से संपर्क करके उसके चंडीगढ़ स्थित साथियों का पता लगाया और आज उसे उनके हवाले कर दिया गया।
बबलू भोरे नाम के इस व्यक्ति ने बताया कि वह चंडीगढ़ काम के सिलसिले में आया था और काम वाली जगह से निकलते ही रास्ता भटक गया और लगातार चलता रहा। चंडीगढ़ से वह न जाने किन-किन जगहों पर भटकता हुआ आखिरकार इस मंदिर के सामने पहुंचा और उसकी हिम्मत जवाब दे गई। वह बेहद डरा और सहमा हुआ था और मंदिर के सामने उसे थोड़ी राहत मिली। उसने कहा कि रवि कुमार ने उसकी ज़िंदगी बचाई है और भगवान का रूप बनकर सामने आए हैं।
बबलू भोरे के साथी आसिफ ने बताया कि वे चंडीगढ़ में काम करने के लिए 12 मई को ही आसनसोल से आए थे। यहां काम के दौरान 15 मई को बबलू भोरे काम की जगह से निकल गया और रास्ता भूल गया। उन्होंने उसकी तलाश की, पर जब नहीं मिला तो चंडीगढ़ थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई क्योंकि उसका सारा सामान और आधार कार्ड आदि भी उसी के पास थे। इस मौके पर रवि कुमार ने ‘दैनिक ट्रिब्यून’ से बातचीत करते हुए कहा कि यह व्यक्ति पिछले तीन दिनों से मंदिर के सामने पड़ा था और बहुत ही खराब हालत में था। उन्होंने कहा कि उन्हें वह किसी भी नज़र से भिखारी नहीं लगा, इसलिए उन्होंने इसकी खराब हालत की वजह जाननी चाही। यह व्यक्ति बहुत डरा हुआ था। उसके पैरों पर टी-शर्ट बंधी हुई थी और जब उसे खुलवाया गया तो उसमें घाव थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने उसे नए कपड़े लाकर दिए, नहाने के लिए कहा और फिर उसके घावों का इलाज करवाया। इस दौरान उसने बताया कि वह आसनसोल का है। रवि कुमार ने आसनसोल पुलिस से संपर्क स्थापित किया और आखिरकार उसके घरवालों तक पहुंच बनाई। तब पता चला कि वह अपने साथियों के साथ चंडीगढ़ आया था। उसके साथियों का फोन नंबर मिलने के बाद रवि कुमार ने उन्हें सूचना दी और आज वे उसे लेने के लिए आए।
मुझे भी मरते हुए किसी ने उठाया था : रवि कुमार
रवि कुमार ने कहा कि वे हर वीरवार को माता बगलामुखी के नाम पर लंगर लगाते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले वे एक्टिवा पर सेक्टर 82 से आ रहे थे, तब उनका बहुत भयानक एक्सीडेंट हो गया और वे सड़क पर पड़े थे, तब किसी भले इंसान ने उन्हें उठाया और अस्पताल पहुंचाया जिससे उनकी जान बच गई, वरना वहीं सड़क पर ही उनकी मौत हो सकती थी। उन्होंने कहा कि आज अगर वे स्वस्थ हैं तो उस भले इंसान की वजह से हैं और आज जब उन्होंने एक व्यक्ति की सेवा कर उसे ठीक करके उसके साथियों को सौंपा, तो वैसा ही महसूस हो रहा है जैसा किसी के काम आने पर होता है।