मोहाली, 7 जून (निस)
अपने परिवारवालों से हुए विवाद के मामले में पंजाबी गायक लैहंबर हुसैनपुरी का पूरा परिवार सोमवार को महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी के समक्ष पेश हुआ। आयोग ने लैहंबर हुसैनपुरी के बच्चों से पूछा किया क्या पापा उनको पीटते हैं । बच्चों ने किसी भी तरह की मारपीट से इनकार किया। करीब दो घंटे चली काउंसलिंग के बाद लैहंबर व उनकी पत्नी के बीच समझौता हो गया। दोनों पत्नी पत्नी ने आयोग में एक दूसरे के गले में हार ले। हालांकि हुसैनपुरी की सालियां इस समझौते से खुश नहीं दिखीं। मामले में पुलिस के पास जाने की बात कही। उधर आयोग ने हुसैनपुरी के परिवार में रिश्तेदारों की एंट्री पर बैन लगा दिया है। दोनों के रिश्तेदारों को पति पत्नी से दूर रहने के लिए कहा गया है।
मनीषा गुलाटी ने कहा एक परिवार आज टूटने से बचा है। उन्होंने बताया कि लड़ाई का मुख्यकारण रिश्तेदार ही थे। गुलाटी ने बताया कि हुसैनपुरी को भी समझाया गया कि आजकल ऑनलाइन का जमाना है। बच्चे मोबाइल पर ही सारा काम करते हैं। इसलिए बेवजह बातों को तूल न दें। गुलाटी ने बताया कि सोमवार को एसीपी क्राइम जांलधर को भी बुलाया गया था। फैसला होने के बाद हुसैनपुरी ने कहा कि वे अब संतुष्ट है। वे मिलजुल कर रहेंगे। लेकिन सालियों ने कहा कि उनको इंसाफ नहीं मिला है। वे आयोग के फैसले के खिलाफ कुछ नहीं कहेंगी लेकिन अपनी बात पुलिस के पास जाकर कहेंगी।
रिश्तेदारों ने बहकाया था : मनीषा गुलाटी
ध्यान रहे कि पिछले शुक्रवार को हुसैनपुरी की पत्नी आयोग के समक्ष पेश नहीं हुई और न ही कोई अपना बयान भेजा। पत्नी की ओर से यह कहा गया कि शूगर बढ़ी हुई है। पत्नी की ओर से पुलिस और आयोग को किसी तरह की कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई। गुलाटी ने कहा कि हुसैनपुरी की पत्नी रिश्तेदारों के बहाकवे में आकर ये सब कर रही थी। सवाल के जवाब में गुलाटी ने कहा कि तकनीकी शिक्षा मंत्री चन्नी के बारे में अभी कोई स्टेटमेंट नहीं आई है। चन्नी के मामले में जो कोई तथ्य सामने आएंगे तो वे खुद इस का खुलासा करेंगी।