चंडीगढ़/पंचकूला (नस) : कोरोना महामारी के बीच चंडीगढ़ में आए दिन नए राजनीतिक घमासान सामने आ रहे हैं। देविंदर सिंह बबला के लाॅकडाउन के समर्थन में दिए गए एक बयान के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी चन्द्रमुखी शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस और भाजपा लोगों में शंका पैदा कर रही हैं, जिससे अनिश्चितता का माहौल बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासक एक सर्वदलीय बैठक बुलाएं, जिसमें कोरोना की रोकथाम के लिए एक पॉलिसी बनाई जा सके। शर्मा ने कहा कि भाजपा चंडीगढ़ के निवासियों को एक सुरक्षित माहौल देने में सफल नहीं हो सकी और दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी की ‘आपसी कलह’ दुख का सबब बन चुकी है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।