पंचकूला, 15 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग के अनुसार प्रदेश में 850 नई गौशालायें और खोली जायेंगी। इस समय 650 गौशालायें हैं। आयोग का प्रयास है कि गौवंश सड़कों पर लावारिश न घूमे।
श्री गर्ग ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नई गौशालाओं के निर्माण के लिये गांवों में मौजिज लोगों की कमेटियां गठित की जायेंगी। इस कार्य में गौ सेवा आयोग भी हर संभव सहायता प्रदान करेगा। आयोग की ओर से नस्ल सुधार के लिये 50 गौशालाओं की पहचान की गई है। इनमें जैविक खाद बनाने और पंचगव्य उत्पादों का निर्माण करने लिये भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। इनमें तैयार उत्पादों की मार्केटिंग गौशालायें अपने स्तर पर करेंगी।
उन्होंने बताया कि इस बार गौशालाओं में गोबर से दिये और गणेश, लक्ष्मी की मूर्तियों भी बनाई जा रही हैं। इस बार कामधेनु दीपावली मनाई जायेगी। कुरुक्षेत्र में ब्रह्म सरोवर पर दीवाली के दिन गोबर से तैयार किये दिये जलाये जायेंगे। ये दिये विभन्न गौशालाओं में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि गौशालाओं के संचालकों से अनुरोध किया गया है कि चारे की कमी को पूरा करने के लिये हाथी घास लगायेंगे। बीस गौशालाओं को हाथी घास जल्द उपलब्ध करा दी जायेगी। इससे खर्चा भी घटेगा। नस्ल सुधार के लिये टीका रखने वास्ते नाइट्रोलन गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने के लिये सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। साहीवाल, हरियाणा नस्ल और थार पारकर नस्ल के लिये पशुपालन विभाग के पास टीके उपलब्ध हैं।
‘गौवंश उत्पाद को दिया जायेगा बढ़ावा’
चेयरमैन ने कहा कि गौशालाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बनाया जाएगा। इसके तहत गौवश के उत्पाद को बढ़ावा दिया जाएगा तथा गौशालाओं में कार्यरत स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गौवंश से दूध, गौमूत्र के अलावा पंचगव्य बनाने पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में लगभग 32 हजार गायें सड़कों पर है। इनके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एक एकड़ व दो एकड़ भूमि पर ग्रामीण गौ सेवा केन्द्र खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि पालतु पशुओं को सड़कों पर छोड़ेंगें तो उन पर 51 सौ रुपए का जुर्माना भी लगाया जाएगा। इस अवसर पर वाईस चेयरमैन विद्या सागर बागला, सचिव कल्याण सिंह व सतीश मंगला भी मौजूद रहे।