जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 सितंबर
पंजाब विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार आयोजित आॅनलाइन परीक्षा में चंडीगढ़, पंजाब व अन्य दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले अंडरग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट के फाइनल सेमेस्टर के 75000 छात्रों ने परीक्षा दी। मजे की बात ये रही कि किसी भी सेंटर से कोई शिकायत नहीं मिली कि पेपर डाउनलोड नहीं हुआ या कोई अन्य दिक्कत खड़ी हो गयी हो। पीयू ने इस एग्जाम के लिये कुल 47 परीक्षा केंद्र बनाये थे जिसमें तीन सत्र में परीक्षा हुई। पहला पेपर 9 बजे, दूसरा 10 से और तीसरा पेपर 2 बजे से शुरू हुआ। सभी पेपर केवल दो घंटे की अवधि के थे। परीक्षा नियंत्रक प्रो. परविंदर सिंह ने बताया कि सभी कालेजों/विभागों और सेंटरों में पेपर पीयू की वेबसाइट और आफिशियल ईमेल आईडी से निर्धारित वक्त पर ही डाउनलोड किये गये। आगे सभी परीक्षा केंद्रों से छात्रों को भी इलेक्ट्रोनिक मॉड के जरिये ही पेपर भेजा गया। कुलपति प्रो. राज कुमार ने इससे पहले कल एग्जामिनेशन ब्रांच का दौरा किया और परीक्षा के संबंध में तैयारियों का जायजा लिया था। आज भी वे परीक्षा नियंत्रक प्रो. परविंदर और उके टेक्नीकल स्टाफ के संपर्क में रहे ताकि पहले आनलाइन एग्जाम की लांचिंग में कोई गड़बड़ी न हो। परीक्षा नियंत्रक प्रो. परविंदर सिंह ने सभी चेयरपर्सन्स/प्रिंसिपलों/निदेशकों/संयोजकों का एग्जाम मॉडल को सफल बनाने में सहयोग देने पर आभार जताया। उन्होंने बताया कि विभिन्न कालेजों के लिये बनाये गये करीब 40 नोडल सेंटरों पर आपात स्थिति के लिये पेपर भी तैयार रखे गये थे। उन्होंने बताया कि कुल 17 दिन चलने वाले एग्जाम में 86616 छात्र परीक्षा देंगे जिनमें से पोस्ट ग्रेजुएट के यूनिवर्सिटी के छात्र 3186 हैं, यूसोल के 2652, प्राइवेट 5419 और कालेजों के 10521 छात्र हैं। इसी तरह अंडरग्रेजुएट की परीक्षा में बैठने वालों में से यूनिवर्सिटी के 3500,यूसोल के 2045, प्राइवेट 16242 और कालेजों के 43051 छात्र हैं।