
चंडीगढ़ लिटरेरी सोसायटी द्वारा आयोजित सत्र के दौरान मॉडरेटर सिमरनजीत कौर रियलिटी एक्सपर्ट सुमित सिंगला के साथ।-ट्रिन्यू
चंडीगढ़,23 मार्च (ट्रिन्यू)
‘सस्टेनेबिलिटी रियल एस्टेट के साथ-साथ समुदायों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। ग्रीन बिल्डिंग्स का महत्व केवल पर्यावरण की दृष्टि से नहीं, बल्कि इसलिए भी है क्योंकि पर्यावरण संरक्षण की चिंता किए बिना निर्मित सामान्य इमारतों की तुलना में लो-कार्बन वाली इमारतों के रखरखाव पर कम लागत आती है। यह बात रियल्टी एक्सपर्ट सुमित सिंगला ने कही। सिंगला चंडीगढ़ लिटरेरी सोसायटी द्वारा आयोजित सत्र में सिमरनजीत कौर के साथ रियल एस्टेट में पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) चिंताओं के प्रासंगिक विषय पर चर्चा में भाग ले रहे थे। कार्यक्रम की मॉडरेटर सिमरनजीत कौर के साथ बातचीत के दौरान सिंगला ने कहा, ‘बायोक्लाइमेटिक आर्किटेक्चर तब संभव होता है जब इमारतों की डिजाइन प्रकृति के अनुकूल रखी जाए, न कि उसके विरुद्ध।
अपनी टाउनशिप में हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी इमारतें प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य में हों, जहां निवासियों को पर्याप्त हवा, धूप, बारिश, गर्मी, नमी तथा अन्य प्राकृतिक अनुभव मिलते रहें।
सिंगला ने कहा कि यदि इमारतों में ऊर्जा की खपत कम होती है, वे सस्टेनेबिलिटी स्टैंडर्ड को पूरा करती हैं और उनका निर्माण नयी तकनीकों से किया जाता है, तो उनकी रीसेल वैल्यू बढ़ जाती है। टिकाऊ इमारतों में जलवायु परिवर्तन के असर का सामना करने की क्षमता भी अधिक होती है। सिंगला ने चर्चा के दौरान कहा कि इस क्षेत्र में नए प्रयोगों को बढ़ावा देने से रोजगार और उद्यमिता के अवसर पैदा हो सकते हैं।
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