मोहाली (निस) : जिला मोहाली में दूसरे राज्यों के मजूदरों को बसों में बिठा कर ले जाने के मामले में पिछले एक माह में 28 बसें जब्त की गई हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग ने बसों को जुर्माना लगा कर दस लाख रुपये से ज्यादा की राशि वसूली है। मोहाली के आरटीए सुखविंदर ने माना की मोहाली में नाजायज तरीके से बसें चल रही हैं। विभाग इसको लेकर सख्ती से निपट रहा है। उन्होंने बताया कि दस लाख रुपये से ज्यादा जुर्माना एक माह में वसूला गया है। इसके अलावा जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है पुलिस व ट्रांसपोर्ट विभाग ने मिलकर 200 से ज्याद छोटे व बड़े वाहन जब्त किए हैं। जोकि कर्फ्यू के दौरान बिना किसी अनुमति के चल रहे थे। आरटीए ने कहा कि विभाग में कुछ स्टॉफ की कमी हो गई थी क्योंकि एडीटीओ कोविड पॉजिटिव हो गए थे। लेकिन अब फिर से अभियान शुरू कर दिया गया है। आरटीए ने कहा कि जिन बसों के पास परमिट हैं। जिन के पास चलने की अनुमति है। अगर वे ओवरप्राइजिंग कर रही हैं तो उनके मालिकों पर कार्यवाही की जाएगी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।