मोहाली (निस) : मंगलवार देर शाम फेज-1 एचई के क्वार्टर में रहने वाली 15 साल की एक लड़की ने पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। जब दरवाजा नहीं खोला तो परिजनों ने खिड़की से झांक कर देखा तो बच्ची पंखे से झूल रही थी। बुधवार सुबह पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। सब इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने बताया कि सुसाइड के पीछे होमवर्क पूरा न होने के कारण डिप्रेशन बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि फेज-1 के एचई क्वार्टर में रहने वाली एक 15 साल की बच्ची की करंट लगने से मौत हो गई है। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पार्टी पीड़ित के घर पहुंची तो जांच में पाया गया कि बच्ची को करंट नहीं लगा बल्कि उनसे खुदकुशी की है। पुलिस ने बुधवार को 174 के तहत कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों को सौंप दिया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।