पंचकूला, 7 अप्रैल(ट्रिन्यू)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शिक्षामंत्री कंवरपाल ने आज यहां जिला के 17 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता द्वारा प्रायोजित स्मार्ट क्लास रूम का उद्घाटन किया। शिक्षामंत्री और स्पीकर ने स्मार्ट क्लास रूम प्रोजेक्ट की शुरूआत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-6 से की। उल्लेखनीय है कि श्री गुप्ता ने इन 17 स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिये स्वच्छ पीने के पानी के लिये आरओ और शौचालयों की व्यवस्था के लिये निजी कोष से 50 लाख रुपये की राशि का योगदान दिया था। उन्होंने इस सत्र में स्कूलाें में बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये स्वेच्छिक कोष से एक करोड़ रूपये की राशि देने का ऐलान किया। साथ ही डीईओ को निर्देश दिये कि वे स्कूलों से मूल जरूरतों के बारे में जानकारी प्राप्त करें। शिक्षामंत्री ने कहा कि इस अनूठी पहल के भविष्य में सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे। विभाग द्वारा 127 करोड़ रुपये की लागत से स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ शिक्षा में आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर, निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। सरकार ने सरकारी स्कूलों के 8 लाख 6 हजार विद्यार्थियों को निशुल्क टेबलेट उपलब्ध करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि अध्यापकों का समाज में एक विशेष स्थान है और यह समाज व विद्यार्थियों का दायित्व है कि उन्हें पूरा मान और सम्मान दिया जाये।
स्पीकर श्री गुप्ता कहा कि स्मार्ट क्लास रूम उनका एक ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटलीकरण व कंप्यूटरीकरण के विजन को आगे बढ़ाने के लिये उन्होंने 6 महीने पूर्व हलके के 17 स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनाने का एक सपना संजोया था, जो आज पूरा हुआ हैं। पंचकूला में सरकारी स्कूल किसी भी प्रकार से निजी स्कूलों से पीछे नहीं है।
इस अवसर पर मेयर कुलभूषण गोयल, मौलिक शिक्षा निदेशक नितिन यादव, संयुक्त निदेशक विजय सिंह यादव, जिला शिक्षा अधिकारी उर्मिल देवी, डाईट प्राचार्या सुनीता नैत, सेक्टर-6 के प्रिंसिपल रजनीश सचदेवा सहित संबंधित स्कूलों के प्रिंसीपल, पार्षद सुरेश वर्मा, नरेंद्र लुबाना, हरेंद्र मलिक, डीपी सिंगल, डीपी सोनी व शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
प्राचार्यों के खाली पदों को जल्द भरा जायेगा
बाद में पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्राचार्यों के खाली पदों को जल्द भरा जायेगा। वर्ष 2016 वे 2019 के लिये एलटीसी का बजट अभी तक जारी न होने संबंधी सवाल पर कहा कि मामला उनके नोटिस में नहीं आया। इस पर गौर किया जायेगा। एसीपी के लंबित मामलों को भी जल्द निपटाने के निर्देश दिये गये हैं।