नागपुर के दंपत्ति ने कैब रेंटल स्टार्ट-अप 'पेरू' कैब्स शुरू किया : The Dainik Tribune

नागपुर के दंपत्ति ने कैब रेंटल स्टार्ट-अप 'पेरू' कैब्स शुरू किया

नागपुर के दंपत्ति ने कैब रेंटल स्टार्ट-अप 'पेरू' कैब्स शुरू किया

चंडीगढ़, 26 मई (ट्रिन्यू)

नागपुर के दंपत्ति एम के पेरूमल (42) और रूपाली (38) ने चंडीगढ़ में एक अभिनव कैब रेंटल स्टार्ट-अप पेरू कैब्स की स्थापना की है। पेरू टैक्नोलॉजीज द्वारा निर्मित इस सर्विस ऐप का अनावरण सेक्टर 28 स्थित कार्यालय में किया गया। ऐप के पीछे की कहानी दिलचस्प है। एम के पेरूमल, एक डायनेमिक महाराष्ट्रीयन उद्यमी हैं, जो जीविकोपार्जन के लिए चेन्नई में ऑटो चलाते थे। हालांकि, बिजनेस उनके खून में था और 2011 में उन्होंने नागपुर में कैब रेंटल सर्विस शुरू की। केवल 3 वर्षों में कड़ी मेहनत और स्मार्ट बिजनेस रणनीति के साथ उनकी कंपनी नागपुर में एक प्रमुख कैब एग्रीगेटर बन गई, लेकिन फिर 2014 में बहुराष्ट्रीय कंपनियों को उद्योग में अनुमति दी गई, जिसकी वजह से 2016 में उन्हें काम बंद करना पड़ा। एम के पेरूमल ने 2019 तक उबर में ड्राइवर के रूप में काम किया। फिर उन्होंने 2022 तक नेटवर्क मार्केटिंग सीखी। पेरूमल के अनुसार, जब मैं एग्रीगेटर्स के लिए ड्राइव करता था तो मैंने विस्तार से हिसाब लगाया और पाया कि कैब एग्रीगेटर्स द्वारा अपनाए गए टेढ़े-मेढ़े मॉडल के कारण मैं कर्जदार होता जा रहा था, जो ड्राइवरों के हित में नहीं था। मेरे दिल की गहराई में, मैं हमेशा कैब उद्योग के अपने साथी ड्राइवरों के लिए कुछ बेहतर करना चाहता था, तो मैंने उनके लिए समान अवसर देने हेतु श्पेरू कैब्स शुरू करने का मन बनाया। 2022 में पेरुमल और उनकी पत्नी रूपाली चंडीगढ़ स्थित एक आईटी कंपनी द्वारा पेरू कैब्स के लिए बनाए जा रहे ऐप की निगरानी के लिए चंडीगढ़ आए। तब से उन्होंने सिटी ब्यूटीफुल को ही अपना शहर बना लिया। पेरुमल ने कहा कि ऐप की खास बात (यूएसपी) यह है कि यह कैब मालिक और ग्राहक (राइडर्स) दोनों को सलाहकार के रूप में देखता है। हमारे लिए कैब मालिक सलाहकार हैं न कि ड्राइवर। एक बार जब आप सलाहकार बन जाते हैं तो 12 अलग-अलग तरीकों से जीवन भर आय अर्जित कर सकते हैं, यहां तक कि जो लोग सवारी बुक करते हैं उन्हें भी ड्राइवरों के लिए उपलब्ध इनकम स्कीम्स का लाभ मिल सकता है। यह हासिल किया गया है नेटवर्किंग की शक्ति से। मैं एक प्रशिक्षित नेटवर्क मार्केटर हूं इसलिए इस लाभकारी मॉडल को बनाने में सफल रहा हूं। पेरूमल आगे कहते हैं, हमारा मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि ड्राइवर एग्रीगेटर कंपनी को कोई कमीशन नहीं देंगे और यह सेवा सीधे ग्राहकों को दी जाती है। चंडीगढ़ ट्राइसिटी, पंजाब और हरियाणा में लगभग 45,000 ड्राइवरों तथा 45 लाख ग्राहकों के इस ऐप से जुड़ने की उम्मीद है।

पेरूमल कहते हैं, प्रति सप्ताह लगभग दस लाख ट्रिप्स की संभावना है। एक अनुमान के मुताबिक, इस कैब बुकिंग ऐप में 100 रुपये की औसत ट्रिप के हिसाब से 8.4 करोड़ रुपये का पेमेंट एकत्र किया जा सकता है।

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