Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Indian Stock Market: एफआईआई की बिकवाली से शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन गिरावट

बीएसई सेंसेक्स 16.82 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,065.16 अंक पर बंद हुआ

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

मुंबई, 24 अक्तूबर (भाषा)

Indian Stock Market: स्थानीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बृहस्पतिवार को लगातार चौथे दिन जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 17 अंक और टूट गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी जारी रहने के बीच हिंदुस्तान यूनिलीवर का वित्तीय परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।

Advertisement

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 16.82 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,065.16 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक ऊंचे में 80,259.82 अंक तक गया जबकि नीचे 79,813.02 अंक तक आया।

Advertisement

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 36.10 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,399.40 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर में करीब छह प्रतिशत की गिरावट आई।

दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2.33 प्रतिशत घटकर 2,595 करोड़ रुपये रहने की सूचना से इसका शेयर भाव नीचे आया।

मुख्य रूप से शहरी बाजार में मांग में नरमी से कंपनी का लाभ प्रभावित हुआ। इसके अलावा नेस्ले, आईटीसी, मारुति, एशियन पेंट्स, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन एंड टुब्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर भी नीचे आए।

दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, भारतीय स्टेट बैंक और पावर ग्रिड शामिल हैं। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 5,684.63 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 6,039.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘बाजार के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी है। एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार 23 अक्टूबर तक उन्होंने 93,088 करोड़ रुपये की निकासी की। एफआईआई की पूंजी निकासी का कारण भारत में शेयरों का मूल्यांकन ऊंचा होना जबकि चीन और हांगकांग में मूल्यांकन आकर्षक होना है।''

उन्होंने कहा कि कंपनियों के तिमाही वित्तीय परिणाम में वृद्धि अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई है। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.99 प्रतिशत उछलकर 76.45 डॉलर प्रति बैरल रहा। बीएसई सेंसेक्स में बुधवार को 138.74 अंक की गिरावट आई थी, जबकि निफ्टी 36.60 अंक टूटा था।

रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.07 पर स्थिर

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.07 पर स्थिर रहा। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि हालांकि घरेलू शेयर बाजारों में सुधार के संकेत से स्थानीय मुद्रा को थोड़ा समर्थन मिला।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.06 प्रति डॉलर पर खुला। शुरुआती सौदों के बाद एक पैसे की गिरावट के साथ 84.07 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव के बराबर है। रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.07 पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 104.20 पर रहा।

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.91 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 5,684.63 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

Advertisement
×