
मुंबई, 27 जनवरी (एजेंसी)
घरेलू शेयर बाजार में पिछले दो कारोबारी सत्रों में गिरावट से निवेशकों को 10.73 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है। दो दिन के कारोबार में बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 10,73,957.29 करोड़ रुपये घटकर 2,69,65,965.18 करोड़ रुपये रहा। दो दिन में सेंसेक्स 1,647.85 अंक नीचे आया है। अडाणी समूह की कंपनियों और बैंक एवं वित्तीय शेयरों में भारी बिकवाली के साथ विदेशी निवेशकों की निकासी जारी रहने से शुक्रवार को सेंसेक्स 874 अंक लुढ़क गया। यह 59,330.90 अंक पर बंद हुआ। यह गत 21 अक्तूबर के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी भी 287.60 अंक यानी 1.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,604.35 अंक पर खिसक गया, जो पिछले तीन महीनों का निचला स्तर है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह के शेयरों को तगड़ा नुकसान हुआ है। बिकवाली के असर में अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर 20 प्रतिशत तक टूट गए। अडाणी पोर्ट्स 16 प्रतिशत, अडाणी पावर पांच प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी 19.99 प्रतिशत और अडाणी टोटल गैस 20 प्रतिशत तक लुढ़क गईं। दो कारोबारी दिनों में ही अडाणी समूह की कंपनियों के पूंजीकरण में 4,17,824.79 करोड़ रुपये की भारी गिरावट आ चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 1,04,580.93 करोड़ रुपये का नुकसान अडाणी टोटल गैस को हुआ है।
आरोपों की जांच हो : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से अडाणी समूह पर लगाए गए आरोपों की जांच अारबीआई और सेबी को करनी चाहिए, क्योंकि भारत की वित्तीय प्रणाली की स्थिरता और सुरक्षा इन संस्थानों की जिम्मेदारी है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा किया कि इस कारोबारी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच नजदीकी रिश्ते हैं और इस समूह को इसका फायदा हुआ है।
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