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जीवन रक्षा का संकल्प

एकदा

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एक लड़का रास्ते में कहीं जा रहा था। चलते-चलते अचानक उसके सामने एक मोटर आई। मोटर के हल्के से धक्के से वह गिर पड़ा और उसे हल्की चोट आई, जिससे खून बहने लगा। पास ही एक युवक, जिसका नाम आस्ट्रले था, गुजर रहा था। उसकी नजर उस लड़के के शरीर से बहते खून पर पड़ी। उसने तुरंत उस पर पट्टी बांध दी, जिससे खून बहना रुक गया। खून इतना तेजी से बह रहा था कि यदि देर हो जाती तो लड़के की हालत गंभीर हो सकती थी। आस्ट्रले ने उस लड़के की जान बचा ली। पास में खड़े लोग उसकी बहुत प्रशंसा करने लगे। इससे प्रेरित होकर आस्ट्रले ने उसी दिन ठान लिया कि वह अपने जीवन में इसी तरह के काम करेगा, जिससे लोगों की मदद की जा सके और उनकी जान बचाई जा सके। समाज में अच्छे काम के लिए मिली प्रशंसा ने उसे और प्रेरित किया और इस उत्साह ने उसे दुनिया का एक प्रसिद्ध सर्जन बना दिया।

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