अमेरिका के वनस्पति वैज्ञानिक लूथर बरबैंक को कृषि विज्ञान और बागवानी में महारत हासिल थी। उन्होंने अपने 55 बरस के करिअर में 800 से अधिक प्रजातियों और पौधों की किस्मों का विकास किया। बरबैंक ने कई तरह की तकनीकों जैसे ग्राफ्टिंग, हाईब्रिड आईजेशन और क्रॉस-ब्रीडिंग के साथ प्रयोग किए। एक बार परमहंस योगानंद लूथर बरबैंक के साथ कैलिफोर्निया में सैंटा रोज़ा स्थित उनके बगीचे में टहल रहे थे। इसी बीच उन्नत किस्म के पौधे तैयार करने पर चर्चा चल पड़ी। लूथर बरबैंक ने परमहंस को बताया-एक बार मैं कंटकहीन नागफनी की नस्ल तैयार करने का प्रयोग कर रहा था। मैं इन पौधों से प्रेम पूर्वक बात करता, ‘डरो मत। तुम्हें अपनी रक्षा के लिए इन कांटों की जरूरत नहीं है। मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा। मेरे लगातार प्रेम पूर्ण स्पन्दनों को उन्होंने स्वीकार किया। और यह पौधा कंटकविहीन नस्ल के रूप में अस्तित्व में आ गया।’ लूथर बरबैंक ने बताया- उन्नत किस्म के पौधे तैयार करने का रहस्य वैज्ञानिक ज्ञान के अतिरिक्त एक और भी है, वह है प्रेम।
प्रस्तुति : मधुसूदन शर्मा