छाया का तप : The Dainik Tribune

एकदा

छाया का तप

छाया का तप

जब सूर्य देव की पत्नी ‘छाया’ शिव की पूजा में लीन थी, तो उसने खाने-पीने तक की भी सुध न की थी। मान्यता है शिव के वरदान से उसे जो संतान पैदा हुई वह काले रंग की पैदा हुई। उसका यह काला रूप देखकर उसके पिता ने उसे अपनी संतान मानने से इंकार कर दिया। उस पुत्र में भी उसकी मां के तप की शक्ति विद्यमान थी। पुत्र ने अपने पिता को क्रोधित होकर देखा तो, वह भी काले रंग के हो गए। तत्पश्चात भगवान शिव के कहने पर सूर्य देव को अपनी गलती स्वीकार करते हुए अपनी पत्नी से क्षमा-याचना करनी पड़ी, तब उनको वास्तविक रूप वापस मिला। यह सब हुआ उस बालक के कारण जो ‘शनिदेव’ के नाम से जाना जाने लगा। प्रस्तुति : संदीप भारद्वाज

सब से अधिक पढ़ी गई खबरें

ज़रूर पढ़ें

तोड़ना हर चक्रव्यूह...

तोड़ना हर चक्रव्यूह...

सचेत रहकर टालें घर के प्रदूषण का खतरा

सचेत रहकर टालें घर के प्रदूषण का खतरा

बेहतर जॉब के लिए अवसरों की दस्तक

बेहतर जॉब के लिए अवसरों की दस्तक

नकली माल की बिक्री पर सख्त उपभोक्ता आयोग

नकली माल की बिक्री पर सख्त उपभोक्ता आयोग

सबक ले रचें स्नेहिल रिश्तों का संसार

सबक ले रचें स्नेहिल रिश्तों का संसार

मुख्य समाचार

100 से ज्यादा शवों की पहचान का इंतजार, ओडिशा ने डीएनए सैंपलिंग शुरू की

100 से ज्यादा शवों की पहचान का इंतजार, ओडिशा ने डीएनए सैंपलिंग शुरू की

278 मृतकों में से 177 शवों की पहचान कर ली गई है

1984 के हमले के जख्मों ने सिखों को 'मजबूत' बनाया, न कि 'मजबूर' : जत्थेदार

1984 के हमले के जख्मों ने सिखों को 'मजबूत' बनाया, न कि 'मजबूर' : जत्थेदार

खालिस्तान समर्थकों ने नारेबाजी के बीच स्वर्ण मंदिर में ऑपरेश...