मदन गुप्ता सपाटू
इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार को लगेगा। हालांकि, इसका सूतक काल और इससे जुड़े नियम मान्य नहीं होंगे। यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा। भारत में इसे शाम करीब 5:52 बजे अरुणाचल प्रदेश में दिबांग वन्यजीव अभयारण्य के पास से देखा जा सकेगा। लद्दाख के उत्तरी हिस्से में यह शाम करीब 6 बजे दिखाई देगा। ज्योतिष के अनुसार, पूर्ण ग्रहण पर ही सूतक काल मान्य होता है, आंशिक या उपछाया पर यह लागू नहीं होता।
4 दिसंबर को मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या है। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। मान्यता के अनुसार सूर्य और शनि का पिता-पुत्र का संबंध है, जब ग्रहण की स्थिति बनती है तो सूर्य की शक्ति कमजोर पड़ जाती है।
ग्रहण का धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। ग्रहण के समय सूर्य वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा। इस कारण इस राशि और नक्षत्र के लोगों पर इसका अधिक प्रभाव रहेगा।
मेष : ग्रहण के बाद स्वास्थ्य में गिरावट रह सकती है। दुर्घटना की आशंका है, सचेत रहें।
वृषभ : राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यापार में नये अनुबंध होंगे।
मिथुन : किसी पुराने विवाद से छुटकारा मिलेगा। मनोकामना पूर्ण होने के संकेत हैं।
कर्क : मित्रों से अकारण वाद-विवाद हो सकता है, संतान की ओर से तनाव बना रहेगा।
सिंह : धन लाभ के संकेत हैं। भूमि व भवन से जुड़ी समस्या का समाधान होगा।
कन्या : साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
तुला : वाणी पर नियंत्रण रखें और वाद-विवाद से बचें, स्वास्थ्य में गिरावट रह सकती है।
वृश्चिक : मन अशांत रह सकता है। तनाव हो सकता है, जिससे कार्य क्षेत्र में असुविधा हो सकती है।
धनु : खर्चे बढ़ सकते हैं। व्यर्थ की भागदौड़ बनी रहेगी, विदेश यात्रा के भी योग हैं।
मकर : ग्रहण का प्रभाव शुभ रहेगा। व्यापार में उन्नति होगी, नौकरीपेशा लोगों के लिए पदोन्नति के संकेत हैं।
कुंभ : समाज में मान-प्रतिष्ठा के साथ धनलाभ होगा। भूमि, भवन से जुड़ी समस्या का समाधान होगा।
मीन : आध्यात्मिक कार्यों में अरुचि रहेगी। नौकरी में स्थानांतरण के योग बनेंगे। पिता से अकारण वाद-विवाद हो सकता है, सतर्क रहें।