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असीम धैर्य

एकदा
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महारानी एलिजाबेथ के कार्यकाल में डॉ. टॉमस कूपर ने एक शब्दकोश का संपादन किया, जिसमें उन्होंने 33,000 शब्द जोड़ने के अलावा अन्य भी कई सुधार किए। शब्दकोश के इस संस्करण के लिए जानकारी जुटाने में वे आठ वर्षों का समय लगा चुके थे। उनकी पत्नी एक कम समझदार महिला थी। एक दिन वह उनके पुस्तकालय में गई और उसने इस डर से उनके सारे नोट्स जला डाले कि इतने अधिक काम से कहीं उनकी मौत न हो जाए। थोड़ी ही देर बाद डॉक्टर टॉमस वहां पहुंचे और वहां की हालत देखकर पूछा कि किसने ऐसा किया। उनकी पत्नी ने निडरता से जवाब दिया कि मैंने किया। डॉक्टर ने सब्र से काम लेते हुए सिर्फ इतना ही कहा, ‘ओह तुमने मुझे दुनियाभर की परेशानी दे दी।’ उन्होंने शांत भाव से उन नोटों को तैयार करने में एक बार फिर आठ वर्षों का समय लगाया। डॉ. टॉमस ने जिस आश्चर्यजनक धैर्य का परिचय दिया, वह तभी संभव होता है, जब दिल में कोई कड़वाहट न हो और चरित्र में मजबूती हो।

प्रस्तुति : देवेन्द्रराज सुथार

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