
कुरुक्षेत्र में मंगलवार को जी20 रथ के साथ शक्ति महोत्सव शोभायात्रा को रवाना करते मंदिर के पीठाधीश सतपाल शर्मा। -हप्र
जगाधरी, 21 मार्च (निस)
जगाधरी इलाके में कई प्राचीन धार्मिक स्थलों देश-विदेश में ख्याति है। इनमें श्रद्धालुओं की गहरी आस्था का पावन स्थल हैं। इनमें प्राचीन देवी भवन मंदिर, प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर, प्राचीन स्वरूपेश्वर महादेव मंदिर, प्राचीन पातालेश्वर ज्योतिर्लिंग सिद्ध पीठ दयालगढ़, प्राचीन गौरी शंकर मंदिर जगाधरी, प्राचीन स्वयं भू शिव मंदिर भाठली, प्राचीन खेड़ा मंदिर जगाधरी आदि शामिल हैं। प्राचीन देवी भवन मंदिर का निर्माण 1803 में हुआ था। जानकारी के अनुसार मंदिर में करीब 219 साल से मां की अखंड ज्योत जल रही है। वहीं मुस्लिम कारीगरों ने बेहतरीन नक्काशी कर इस मंदिर का निर्माण किया था।
मंदिर के पुजारी पंडित अतुल शास्त्री ने बताया कि यहां माता मनसा देवी के चरणों में श्रद्धालु नतमस्तक होते हैं। पुजारी के अनुसार मंदिर का निर्माण 1797 में शुरू हुआ था और 1803 में पूरा हुआ। इस मंदिर का निर्माण बूड़िया रियासत के वजीर जवाहर मल खत्री ने कराया था। मुस्लिम कारीगरों ने बेहतरीन नक्काशी कर मंदिर को भव्य रूप दिया था।
बताया जाता है कि प्रारंभिक दौर में भवन का निर्माण एक किले के रूप में हुआ था। अंग्रेज भवन पर कब्जा लेने अवश्य आए थे, लेकिन इसकी भव्यता देख बिना कुछ किए लौट गए थे। इस बारे में जब वजीर जवाहर मल खत्री को भनक लगी और उन्होंने रातों-रात इस भवन को माता के मंदिर का रूप दे दिया। पहले मंदिर जंगल से घिरा हुआ था। पंडित अतुल शास्त्री के मुताबिक सेठ देवेंद्र प्रकाश महेंद्रा परिवार मंदिर देखरेख में अहम योगदान देते हैं। मंदिर में वर्ष में दो बार मेला लगता है। यहां माता मनसा देवी के चरणों में सच्चे दिल से मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है। सातवीं पीढ़ी इस प्राचीन मंदिर में सेवा कर रही है।
भद्रकाली मंदिर में पर्व शुरू, निकाली शोभायात्रा
कुरुक्षेत्र (हप्र) : यहां के झांसा रोड पर स्थित हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ देवीकूप भद्रकाली मंदिर में 16 दिन तक चलने वाले शक्ति महोत्सव चैत्र नवरात्र की भव्य शुरुआत हो गई है। आज पहले दिन की शुरुआत प्रातःकालीन मंगला आरती शिमला देवी द्वारा करके की गई। मुख्य यजमान के रूप में दीपक बहल शामिल हुए। प्रातः 8 बजे कलश पूजन हुआ। मंदिर के पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा के सान्निध्य में अध्यक्ष नरेन्द्र वालिया द्वारा गणेश द्वार पर 108 फुट ऊंचे भवन में ध्वजारोहण किया गया और मां भद्रकाली की पूजा अर्चना करके सुखद कार्यक्रमों की मनोकामना के लिए आह्वान किया गया। प्रातः 9 बजे पवन दीवान द्वारा अन्नपूर्णा भंडारा दिया गया। दोपहर को पीठाध्यक्ष द्वारा ज्योति पूजन किया गया। गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति आरएम सरीन की पत्नी सिम्मी सरीन द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ज्योति प्रज्वलित की गई। लालाराम सिंगला द्वारा भंडारा दिया गया। सांसद नायब सैनी के भाई चंदन सिंह सैनी तथा थानेसर नगर परिषद की निवर्तमान अध्यक्ष उमा सुधा व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
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