
नयी दिल्ली/ गुवाहाटी, 26 दिसंबर (एजेंसी)आदिवासियों के नरसंहार की घटना के बाद सरकार ने असम में बोडो उग्रवादियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को सेना ने असम राइफल्स, अर्धसैनिक बल और असम पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन 'ऑल आउट' शुरू कर दिया। सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मुलाकात के बाद यह ऑपरेशन शुरू हुआ।सेना की अगुवाई में करीब 9 हजार जवान असम के हिंसाग्रस्त सोनितपुर जिले में पहुंच चुके हैं। सुरक्षा बलों के निशाने पर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) एस के उग्रवादी हैं, जिन्होंने आदिवासियों की हत्या की थी। इस ऑपरेशन की जानकारी म्यांमार और चीन को भी दी गई है। सेना ने ऑपरेशन में हेलिकॉप्टर भी शामिल किए हैं, ताकि उग्रवादी म्यांमार और बांग्लादेश न भाग सकें। ऑपरेशन के लिए अर्द्धसैनिक बल के 5000 जवान और असम राइफल्स की 3 यूनिट बुलाई गई हैं। इस दौरान असम पुलिस आम नागरिकों की सुरक्षा का काम ही करेगी।सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग शुक्रवार को गृह मंत्री से मिले और उन्हें ऑपरेशन की जानकारी दी। इस बैठक के बाद सेना प्रमुख ने सिर्फ इतना कहा, 'बैठक असम में सुरक्षा के मसले पर थी। हम वहां अपना ऑपरेशन तेज करने जा रहे हैं।'मरने वालों की संख्या 81 तक पहुंची : 23 दिसंबर को बोडो उग्रवादियों ने असम के सुदूर गांवों में बेकसूर आदिवासियों पर हमले किए थे। इनमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 81 हो गई है। हमले में घायल 2 लोगों की आज मौत हो गई। इसके अलावा आज सुबह कोकराझाड़ के गोसांई गांव से एक जला हुआ शव बरामद हुआ।
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