बागियों ने बनाया नया सियासी फ्रंट
चंडीगढ़ में मंगलवार को आम आदमी पार्टी से बर्खास्त सांसद डा. धरमवीर गांधी व पार्टी के अन्य बागी नया फ्रंट बनाये जाने का ऐलान करते हुए। -मनोज महाजन
तरलोचन सिंह
चंडीगढ़, 23 अगस्त
आम आदमी पार्टी (आप) के बागियों ने आज आप से बर्खास्त किये गये सांसद धरमवीर गांधी की अगुवाई में अलग राजनीतिक फ्रंट बना कर चुनाव में कूदने का ऐलान कर दिया। बागियों के इस ऐलान से आप को कांग्रेस और शिअद-भाजपा गठबंधन के अलावा अपनों की चुनौती का सामना भी करना पड़ेगा।
सांसद गांधी ने आज यहां बड़ी संख्या में पहुंचे बागियों की मौजूदगी में राजनीतिक फ्रंट बनाने का ऐलान करते हुए दावा किया कि स्वराज अभियान के प्रमुख योगेंद्र यादव ने इस नये फ्रंट को समर्थन देने का भरोसा दिया है। इस मौके पर डा. गांधी के साथ स्वराज पार्टी के पंजाब के प्रधान प्रो़ मनजीत सिंह व महासचिव हरबंस सिंह ढोलेवाल, आप छोड़ कर पंजाब पार्टी बनाने वाले सेवानिवृत्त आईएएस करमजीत सिंह सरा, अाप से इस्तीफा दे चुके सुच्चा सिंह छोटेपुर के नजदीकी हरदीप किंगरा व जय जवान, जय किसान पार्टी के नेता भी मौजूद थे।
डा. गांधी ने कहा कि इन तीन पार्टियों सहित आप से निराश कार्यकर्ताओं ने नये राजनीतिक फ्रंट में शामिल होने का फैसला किया है। वे और पंजाबी हितैषी संस्थाओं को शामिल करके 10-15 दिन में राजनीतिक फ्रंट का ऐलान कर देंगे। इसके बाद वे सम्मेलन कर फ्रंट काे राजनीतिक पार्टी का रूप देकर अपनी सामर्थ्य के अनुसार उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने जहां राष्ट्रीय पार्टी होने के कारण पंजाब के मामलों की अनदेखी की है वहीं सन् 1996 से शिरोमणी अकाली दल क्षेत्रीय पार्टी होने के बावजूद पंजाब के भविष्य, हित और संघीय उसूलों को त्याग कर पूंजी और पद प्रतिष्ठा की राह पड़ गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार भी पंजाब में पंजाबी हितैषी नहीं बल्कि ‘सियासी खिलाड़ी’ ही जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि छोटेपुर आप को छोड़ेंगे तो उसके बाद उन्हें अपने फ्रंट में लेने का फैसला किया जायेगा।
पंजाबियों को अपने इशारे पर नचा रहे हैं दिल्ली के आप नेता
डा. गांधी ने कहा कि नयी बड़ी पार्टी आप भी पूरी तरह दिल्ली में केंद्रित हो चुकी है और दिल्ली के नेता पंजाबियों को अपने इशारे पर नचा रहे हैं। यह पार्टी भी मुद्दों को छोड़ कर सख्शियतों पर आधारित बन चुकी है और इस पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पूरी तरह से तानाशाह बन चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि आप से पंजाबी नेता सुच्चा सिंह छोटेपुर, कंवल संधू और सुखपाल खैहरा को भी उत्पीड़ित करना शुरू कर दिया है। इसी तरह फिलहाल सांसद भगवंत मान को भी भीड़ इकट्ठी करने के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है उन्हें भी इसी तरह ठोकर मार कर बाहर निकाला जा सकता है।
टिकट के फैसले दिल्ली में
उन्होंने आरोप लगाया कि आप के टिकटों के फैसले भी दिल्ली में हो रहे हैं। गांधी ने खुद आप से इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा कि वे आखिर तक लोगों द्वारा दी गयी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि डा. गांधी आप से तकनीकी तौर पर इस्तीफा दिये बिना किसी और पार्टी में शामिल नहीं हो सकते जिस कारण उन्होंने फिलहाल पार्टी बनाने की जगह राजनीतिक फ्रंट बनाने की रणनीति चलायी है।