राहुल गांधी को दोबारा करना चाहिए भारत भ्रमण : कार्तिकेय शर्मा
रोहतक, 22 अप्रैल (हप्र) : राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी को दोबारा भारत का भ्रमण करना चाहिए। भारत भ्रमण के दौरान ही राहुल को पता चलेगा कि जनता क्या चाहती है। शायद इसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस के लिए कुछ नया कर पाए। राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा 27 अप्रैल को पंचकूला में मनाए जा रहे भगवान परशुराम जन्मोत्सव का निमंत्रण देने के लिए मंगलवार को स्थानीय गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्थाओं में पहुंचे।
बंगाल हिंसा पर कार्तिकेय शर्मा ने जताई चिंता
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ही हिंसा क्यों हो रही है, किसी अन्य विपक्षी सरकार वाले राज्य में क्यों नहीं हो रही। एक तरफ हम विकसित भारत की बात कर रहे हैं, दूसरी तरफ इस प्रकार की हिंसात्मक घटनाएं देश को शर्मसार कर रही हैं। इस मामले में राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि मैं कांग्रेस से कभी नहीं जुड़ा रहा, परिवार के लोग कांग्रेस में रहे हैं। मैं निर्दलीय के तौर पर चुना गया था और पूरे हाउस में इकलौता निर्दलीय सांसद हूं। कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि विडंबना है कि भारत की बात दूसरे देशों में जाकर करनी पड़ रही है, जबकि देश की बात देश के अंदर करनी चाहिए।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि 27 को पंचकूला में होने वाले समारोह में सभी जिलों के मुद्दों को सीएम के सामने रखा जाएगा। साथ ही एक रोडमैप भी रखा जाएगा, ताकि काम हो सके। पहरावर की जमीन को मिले 2 साल हो गए, लेकिन यहां युवाओं के लिए कुछ बनना चाहिए, इसको लेकर समारोह में सीएम के सामने मांग रखी जाएगी।
पंचकूला में आयोजित होगा राज्य स्तरीय परशुराम जन्मोत्सव
कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि यह भव्य सम्मेलन न केवल धार्मिक और सामाजिक आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि सामाजिक एकता की भी मिसाल पेश करेगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी होंगे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के कई केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ राजनेता, पूर्व विधायक, संत-महात्मा, सामाजिक कार्यकर्ता और हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम में भाग लेंगे।
इस अवसर पर संत सुरेती, नरेश गौड़, कुलदीप शर्मा पोलंगी, डॉ संजय अत्री,दयानंद कौशिक, कृष्ण दत्त, राजेंद्र सरपंच समरगोपालपुर, रामकुमार कौशिक, कुलदीप भारद्वाज, श्रीभगवान कौशिक, संजय शर्मा मदीना, गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्थाओं सभी महाविद्यालयों और विद्यालय के प्राचार्य, स्टाफ व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।