मुंबई, 3 अगस्त (एजेंसियां)
मुंबई पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने अपने आखिरी दिनों में इंटरनेट पर ‘डेथ’ और ‘मेंटल डिसआर्डर’ (मानसिक विकार) से संबंधित कई शब्द गूगल किये थे। मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के अनुसार सुशांत ने गूगल पर ‘ पेनलेस डेथ (दर्द रहित मौत)’, ‘सिज़ोफ्रेनिया’ और ‘बाईपोलर डिसआर्डर’ जैसे शब्दों को सर्च किया था। कमिश्नर सिंह ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान यह खुलासा किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुंबई पुलिस कमिश्नर ने यह भी बताया कि जनवरी, 2019 से जून, 2020 तक के सभी बैंक स्टेटमेंट का विश्लेषण किया गया है। खाते में लगभग 14.5 करोड़ रुपये क्रेडिट थे। इसके अलावा 4 करोड़ रुपये की एफडी भी थी। प्रसिद्ध फिल्म फोटोग्राफर वायरल भयानी ने भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया कि आयुक्त परमबीर सिंह ने आज प्रेस को बताया कि सुशांत गूगल पर ‘दर्दनाक मौत’, ‘सिज़ोफ्रेनिया’ और ‘बाइपोलर डिसऑर्डर’ की खोज करता रहा। मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने सुशांत राजपूत मामले में अब तक करीब 40 लोगों के बयान दर्ज किये हैं। इनमें अभिनेता के परिजन के अलावा रसोइया और फिल्म जगत के लोग भी शामिल हैं। फिल्मकार महेश भट्ट, फिल्म आलोचक राजीव मसंद, निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली एवं फिल्मकार आदित्य चोपड़ा समेत फिल्म जगत के कई लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं ।
बिहार पुलिस के साथ सहयोग न करने का सवाल ही नहीं : मुंबई पुलिस आयुक्त
मुंबई पुलिस के प्रमुख परमबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि बिहार की पुलिस टीम के साथ सहयोग नहीं करने का सवाल ही नहीं है। बिहार पुलिस की एक टीम सुशांत सिंह राजपूत मामले में जांच के लिए महानगर आई हुई है। सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुंबई पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है और मामले की जांच हर संभावित बिंदु से की जा रही है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस तरह की खबरें हैं कि अभिनेता को बाइपोलर बीमारी थी और उनका उपचार चल रहा था तथा वह इसकी दवा ले रहे थे। उन्होंने कहा, ‘किन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई, यह हमारे लिए जांच का विषय है।’ मामले में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज करने के बाद जांच चल रही है और मुंबई पुलिस ने अभी तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि सुशांत की बहन के भी बयान दर्ज किए गए हैं।
नियमों के अनुसार बिहार के पुलिस अधिकारी को पृथक-वास में भेजा : बीमएसी
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राहपूत के मामले की छानबीन करने के सिलसिले में मुंबई पहुंचे बिहार पुलिस के एक अधिकारी को महाराष्ट्र सरकार के नियमें के तहत पृथक-वास में भेजा गया है। बीएमसी ने कहा है कि अधिकारी को निगम से आवश्यक पृथक-वास अवधि से छूट के लिये औपचारिक आग्रह करना होगा। रविवार की रात पटना सिटी के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के मुंबई पहुंचने पर बीएमसी ने उन्हें 15 अगस्त तक पृथक-वास में भेज दिया और उनके हाथ पर मुहर भी लगा दिया है जिसमें पृथक-वास अवधि की जानकारी है। सुशांत के मामले की जांच के लिये तिवारी यहां पहुंचे थे। तिवारी को 14 दिन के लिए पृथक-वास में भेजा गया है और वह गोरेगांव में राज्य रिजर्व पुलिस बल के अतिथिगृह में प्रवास करेंगे।