जनता ने मांग लिया जवाब
जींद उपचुनाव में कई मंत्रियों को प्रचार महंगा पड़ रहा है। एक मंत्रीजी जब अपने समाज की दुहाई देते हुए यहां वोट मांगने पहुंचे, तो लोगों ने उन्हें यह सुनाने में कसर नहीं छोड़ी कि आपकी तो ग्रांट भी आज तक नहीं आई। बताते हैं कि यह सुनकर मंत्रीजी ने आनन-फानन में अपने पीए को फोन लगाया और उसे काफी डांटा भी। अब जनता है साहब, यह सब समझती है।
लालाजी का गणित
जींद उपचुनाव में भाजपा के समीकरण सबसे अधिक ‘लालाजी के गणित’ ने बिगाड़े हुए हैं। पंजाबी समुदाय के कृष्ण मिड्ढा को टिकट दिए जाने से वैश्य समाज के लोग नाराज हैं। पहले ही दिन से उन्हें मनाने की कोशिश चल रही है। टिकट के दावेदार रहे राजेश गोयल सहित वैश्य समाज के दूसरे नेताओं को मनाकर पार्टी प्रचार में तो झोंक चुकी है, लेकिन अंदरखाने विरोध जारी है। कैबिनेट मंत्री कविता जैन व उनके पति व सीएम के मीडिया एडवाइजर कई दिनों से जींद में डेरा डाले हुए हैं। वे घर-घर जाकर समाज के लोगों को मनाने में जुटे हैं। कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल भी दो बार जींद का दौरा कर अपने प्रयास कर चुके हैं। दावा तो यही किया जा रहा है कि समाज की नाराजगी दूर हो चुकी है, लेकिन इसका असल पता तो नतीजों से ही लगेगा।
वर्गफुट में नेता
जींद उपचुनाव को लेकर इन दिनों जींद शहर ही नहीं, पूरा जिला नेताओं से भरा पड़ा है। शहर में न तो होटल खाली हैं और न ही धर्मशालाओं में जगह है। नेताओं ने अपने रिश्तेदारों के यहां भी डेरा डाला हुआ है। स्थिति यह हो चुकी है कि दस नेता जाते हैं तो उनकी जगह पंद्रह की एंट्री शहर में होती है। भाजपा के एक कैबिनेट मंत्री ने इस पर बड़ी सटीक टिप्पणी की। उन्होंने कहा, जींद में तो वर्गफुट में नेता हैं। एक नेता जगह से हटता है तो उसकी जगह दूसरा ले लेता है। खैर, फिलहाल तो पूरे प्रदेश के नेताओं का जींद में ही डेरा है। यह भीड़ गणतंत्र दिवस की शाम हटेगी।
गजब सियासत
हरियाणा की सियासत में जाट और गैर-जाट का ‘जहर’ किस कदर फैल रहा है, इसका अंदाजा जींद के उपचुनाव से भी लगा सकते हैं। कुरुक्षेत्र से भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी की लोकतांत्रिक सुरक्षा पार्टी के कुछ ब्राह्मण नेताओं ने भाजपा ज्वाइन कर ली। ज्वाइनिंग के मौके पर पार्टी के कुछ जाट नेताओं की मौजूदगी इन ब्राह्मणों को इतनी अखरी कि उन्होंने साफ कह दिया कि वे अभी भाजपा में शामिल नहीं होंगे। बताते हैं कि इसके बाद गैर-जाट मंत्रियों व नेताओं की मौजूदगी में इन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। – दिनेश भारद्वाज